अलीगढ़ | अल्लाह करे मंदिरों के पीछे जुटे जुआरियों पर रहमत बरसती रहे

 डेस्क समाचार दर्पण लाइव 

अलीगढ़ के हरदुआगंज कस्बा में जुआरी खुलेआम तांडव मचा रहे हैं, खुलेआम फड़ लगाकर हजारों के दांव लगा रहे हैं, कुछ युवाओं ने नए कलेवर में शुरू किए गोटी वाला खेल धड़ल्ले से खेला जा रहा है, दो दिन पहले इसका एक वीडियो आना प्रमाण है। इस वायरल वीडियो में जुआ खेलते जुआरियों के चेहरे स्पष्ट है, पुलिस इनकी पहचान करके कार्रवाई करती तो शायद अब तक जुआ का ये अड्डा बंद हो चुका होता, 

गोटी खेल की मोटी सेटिंग सच्चाई हम बताते हैं बीते कई माह से फलफूल रहे इस खेल को थाने में बदलाव के साथ खाद पानी मिलना शुरू हुआ, सूत्र बताते हैं कि पहले कुछ पुलिस कर्मी व पीआरवी की रोज जेब गर्म की जाती थी...मगर अब...

छोड़ दिए थे जुआरी

तीन जून को ये सभी जुआरी पकड़े गए थे, जिन्हें 40 हजार लेके छोड़ दिया गया, हर माह इतने की देनदारी तय हुई, जुआरी गुट के बीच पड़ी फूट के चलते एक दारोगा का नाम खुलकर सामने आया। तीन जून के बाद बेफिक्र जुआरी बाहरियों को भी बुलाने लगे इसका वीडियो वायरल होते ही पुलिस इनकी पहचान कर कार्रवाई करती मगर ऐसा न किया गया बल्कि जगह बदलवा दी गई। ये सभी बातें जुआरी गुट में फूट के बाद चर्चा का विषय बनी है।

काली मंदिर के पीछे

मोहल्ला गुड़ियाई में जागेश्वर मंदिर के पीछे चल रहा जुआ का फड़ 9 जून को वीडियो वायरल के बाद काली मंदिर के पीछे पहुंच गया, 12 जून को जागरुकजनों ने थानाध्यक्ष को जुआ की सुचना दी, उस वक़्त थानाध्यक्ष कोर्ट में थे सो उन्होंने तुरंत पुलिस भेजने का आश्वासन दिया ....मगर ये क्या... पांच मिनट बाद ही जुआरी बाइक लेलेकर भागने लगे, शायद पुलिस से पहले फोन पहुंच गया था, फिर आधा घंटे में पुलिस पहुंची एक बाइक थाने ले आई जो तीन दिन तक  रजिस्टर में दर्ज नहीं की गई, वो किसी बेचारे मासूम की बताई जा रही है जिसे छोड़ दिया जाएगा। खेल जारी है और वीडियो बनाने को कैमरा भी, जल्द फिर एक वीडियो देंगे। 

मंदिर के पीछे ही क्यों

ये बात सौ आने सच है कि जुआरी समुदाय विशेष के हैं तो जुआ खेलने को मंदिर के पीछे की जगह क्यों चुन रहे हैं, पहले सिद्धपीठ जागेश्वर महादेव मंदिर के पीछे तो अब काली मंदिर के पीछे....इन प्राचीन मंदिरों के निकट अराजकता भी विचारनीय है

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