बुलंदशहर। न्यायालय में अधिवक्ताओं की सुरक्षा व्यवस्था का होना चाहिए कड़ा इंतजाम : शैलेंद्र कुमार एडवोकेट

 

रिपो ० रिशू कुमार

बिना चैकिंग न्यायालय के सभी गेटों पर नहीं होना चाहिए किसी का प्रवेश।

बुलन्दशहर : न्यायालय परिसर में असामाजिक तत्वों द्वारा हथियार लेकर प्रवेश कर किसी व्यक्ति की हत्या करने जैसी घटनाओं को अंजाम देने की खबरें पहले कई बार सुनी होंगी जिसमें पुलिस द्वारा सुरक्षा में लापरवाही बरतने की बात सामने आई है।

जिसमें सभी व्यक्तियों को अच्छी तरीके से चेक कर प्रवेश नहीं दिया जाता, जिसके कारण ऐसी घटना घटित हो जाती है ऐसी ही एक घटना राजधानी दिल्ली के रोहिणी न्यायालय में देखने को मिला है जहां बदमाशों ने अधिवक्ता की ड्रेस में हथियार सहित न्यायालय में प्रवेश कर न्यायाधीश की कोर्ट में घुसकर तिहाड़ जेल से न्यायालय की सुनवाई हेतु आया कुख्यात गैंगस्टर पर गोली मारकर हत्या कर दी।

 इस घटना को देखते हुए बुलन्दशहर न्यायालय में अधिवक्ताओं को सुरक्षा प्रदान करने हेतु न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा इंतजाम करने के लिए डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अनेक अधिवक्ताओं ने एसएसपी कार्यालय पहुंच कर न्यायालय में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने की मांग रखी।

बता दे कि दिल्ली रोहिणी कोर्ट में बदमाशों द्वारा दिनदहाड़े हथियार लेकर प्रवेश कर सुनवाई के लिए तिहाड़ जेल से आया कुख्यात गैंगस्टर जितेन्द्र उर्फ गोगी को गोली मारकर हत्या कर दी इस घटना में बदमाशों की गोली एक अधिवक्ता को भी लगी जिसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिससे अधिवक्ता समाज ने रोष व्यक्त किया ।

अधिवक्ताओं की सुरक्षा हेतु एवं न्यायालय में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाने के लिए डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में अनेक अधिवक्तागणों ने एसएसपी कार्यालय पहुंच कर एक ज्ञापन दिया जिसमें यह मांग रखी की बुलंदशहर कोर्ट में दिल्ली रोहिणी कोर्ट जैसी घटना न हो पाए जिसके लिए सुरक्षा का कड़ा इंतजाम होना अति आवश्यक है।

 जिसके लिए प्रत्येक न्यायालय के गेट पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए तथा चेकिंग की मशीनों को ठीक कराया जाए एवं प्रत्येक व्यक्ति को बिना चैकिंग के प्रवेश न दें जिससे अधिवक्ताओं को सुरक्षित महसूस हो जिसमें एसएसपी द्वारा एसपी सिटी को न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था अच्छी करने एवं साथ ही न्यायालय का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के निर्देश दिया।

शैलेन्द्र कुमार एडवोकेट द्वारा बताया गया कि अधिवक्ताओं के साथ अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा अधिवक्ताओं को सुरक्षा प्रदान करना अति आवश्यक है तभी वह मजबूती से अन्य व्यक्तियों को न्याय दिलाने में सक्षम हो सकेगा न्यायालय में पुलिस द्वारा सुरक्षा का कड़ा इंतजाम होना चाहिए जिससे कोई भी असामाजिक तत्व हथियार के साथ न्यायालय में प्रवेश न कर सके और दिल्ली रोहिणी कोर्ट जैसी घटना को अंजाम न दे सके।

जिससे अधिवक्ता सुरक्षित महसूस करे देवेन्द्र पंडित अधिवक्ता द्वारा बताया गया कि भाजपा सरकार में बदमाशों के हौसले बुलन्द है जिसके कारण वह न्यायालय के अंदर भी हत्या करने से पीछे नहीं हटते हैं अधिवक्ता को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ठोस कदम उठाये एसएसपी से मांग रखने में शैलेन्द्र कुमार, देवेन्द्र पंडित, अरविंद कुमार प्रजापति, विक्रम सिंह, सुशील कुमार मुखिया, राजीव वर्मा, सतीश कुमार गौतम, मनीष प्रताप सिंह, पवन कुमार, दिनेश कुमार, एवं अन्य अधिवक्तागण उपस्थित रहे ।

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