शादी के दौरान ठाकुर - दलित समाज की झड़प के बाद गांवों मै फैला तनाव, महाराणा प्रताप के बोर्ड को लेकर हुआ विवाद, पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील - जानिए पूरा मामला, देखे विडियो


ब्यूरो ललित चौधरी

यूपी। बुलंदशहर के थाना नर्सेना के ढलना गांव में ठाकुर और दलितों के बीच उस समय तनाव बढ़ गया, जब दलितों की एक बारात पर कथित तौर पर ठाकुर जाति के लोगों ने हमला कर दिया।

बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष कुमार सिंह ने कहा, "गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, लेकिन अब शांति है। दोनों समूहों ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दोनों समूहों को हिंसा में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया गया है।"

शिकायतकर्ताओं में से एक संजीव राणा ने कहा, "गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है लेकिन अब शांति है। दोनों गुटों ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। करीब 120 लोगों को जमानत दी गई है और दोनों समूहों को हिंसा में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया गया है।"

बुधवार सुबह हुई हिंसा का एक वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दलित समुदाय के दस लोगों पर दंगा करने, स्वेच्छा से चोट पहुचाने और शांति भंग करने सहित अन्य अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया है।

आरोपों का खंडन करते हुए, दलितों ने दावा किया कि "यह ठाकुर थे जिन्होंने बारात पर हमला किया था। विनय कुमार ने दावा किया हमारी बारात शांति से उस गली से गुजर रही थी जहां ज्यादातर घर ऊंची जाति के हैं। उन्होंने हमें गालियां देनी शुरू कर दीं और आधा दर्जन लोगों ने हम पर लाठियों से हमला किया।"

उनकी शिकायत के आधार पर 5 ठाकुर पुरुषों पर एससी/एसटी अधिनियम के तहत और दंगा और हिंसा करने के लिए भी मामला दर्ज किया गया है।

ये है पूरा मामला

दो दिन पहले 15 फरवरी को बुलन्दशहर के थाना नर्सेना क्षेत्र के गांव ढलना में शादी में चढत को लेकर दलित और ठाकुर समाज के लोगों में आपसी विवाद हो गया था जिसके बाद बीते दिन 16 फरवरी को ठाकुर समाज के लोगों ने दलित समाज पर आरोप लगाया कि दलित समाज के लोगों ने उनके पूर्वज महाराणा प्रताप के बोर्ड को उखाड़ कर फेंक दिया था। 

जिसकी वीडियो भी ठाकुर समाज के लोगों ने बनाकर वायरल की महाराणा प्रताप का बोर्ड उखाड़ने से नाराज ठाकुर समाज के लोगों ने दलित समाज के युवक की पिटाई कर घायल भी कर दिया था जिसके बाद दोनों पक्षों की तहरीर पर थाना नर्सेना में मुकदमा पंजीकृत किया गया। 

इसी बीच गांव में भारी पुलिस भी तैनात कर दिया गया ताकि दोनों पक्षों में विवाद आगे ना बढ़े और बड़ी घटना घटने न पाए एक बार फिर से ठाकुर समाज के लोग एसएसपी कार्यालय पर एसएसपी से मिलने पहुंचे ठाकुर समाज के लोगों ने कहा कि गांव में दो हजार की जनसंख्या है जिनमें की मात्र डेढ़ सौ संख्या ठाकुर समाज के लोगों की है आए दिन गांव में दलित समाज के लोग ठाकुर समाज के लोगों के साथ गाली गलौज और बदतमीजी करते है। 

ठाकुर समाज के पूर्वज महाराणा प्रताप का बोर्ड गांव में ठाकुर समाज के लोगों के द्वारा लगाया गया था जिसे तीन बार दलित समाज के लोगों ने तोड़ कर जमीन में गिरा दिया है वह लोग अपनी फरियाद लेकर एसएसपी से मिले एसएसपी ने उन्हें कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। 

ठाकुर समाज इस पर एसएसपी ने ठाकुर समाज के लोगों को भी समझाते हुए कहा कि किसी को अपने हाथ में कानून नहीं लेना चाहिए जो भी कानून हाथ में लेगा सभी के लिए पर्याप्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गांव में महाराणा प्रताप का बोर्ड लगाने को लेकर दो जातियों में आपसी विवाद हुआ था फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है दोनों पक्षों से 120 से ज्यादा लोगों को दो लाख के मुचलके के साथ पाबंद किया गया है। 

साथ ही कुछ गांव के ही मूल निवासी सरकारी अधिकारियों के द्वारा बाहर रहते हुए गांव की अमन और शान्ति भंग करने की साजिश करने की बात सामने आई है। अगर इन अधिकारियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलते है तो इनके खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी ।

देखें विडियो....


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