अलीगढ़ के इस सरकारी ऑफिस का खेल भी गजब! निधन के 3 साल बाद दिया नौकरी में प्रमोशन, पढ़ें डिटेल



निखिल शर्मा

बिजली निगम की लीला अपरमपार है। गड़बड़झाला, लापरवाही और मनमानी तो निगम के अफसरों व कर्मियों की शगल बन गई है। ऐसा ही कुछ अलीगढ़ निगम स्तर से टीजी-2 की जारी हुई प्रमोशन सूची में दिवंगतों को स्वर्ग में प्रमोशन दे दिया गया।

मामला संज्ञान में आने के बाद विभागीय गलियारे में चर्चाओं के बाजार गर्म हो गया। एक कर्मी की मृत्यु हो चुकी है, उसके बेटे की कम उम्र के कारण नौकरी में देरी आई थी। मगर अब उसने नौकरी के लिए आवेदन किया है।

दो कर्मी ऐसे में जो पहले की शपथ पत्र देकर पदोन्नति से इंकार कर चुके हैं। ये तीनों कर्मी टीजीटू से जेई की सूची में प्रमोशन पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन से मुख्य अभियंता हाईडिल कार्यालय से वरिष्ठता के आधार पर प्रदेश के पांचों डिस्काम से लगभग साढ़े 1300 से अधिक तकनीशियन व टीजी-2 का प्रमोशन अवर अभियंता के पद पर किया गया।

इसमें डीवीवीएनएल ढाई सौ टीजी-2 शामिल है। इस सूची में वरिष्ठता क्रमांक सीईएचसी 3257 पर प्रताप सिंह का नाम है। प्रताप सिंह टीजी-2 पद पर विद्युत वितरण खंड प्रथम ग्रामीण में तैनात थे। उनकी मौत 25 दिसंबर 2020 को हो चुकी है। उसके बाद भी प्रमोशन सूची में उनका नाम शामिल है।

जारी की गई सूची में कई खामियां

टीजी-2 लंबे से कर्मी अपने पद के अनुसार प्रमोशन की मांग कर रहे हैं। धरना-प्रदर्शन व अन्य कार्यक्रमों में वह अपनी इस मांग को अवश्य शामिल करते हैं। अब निगम स्तर से टीजीटू को जेई का प्रमोशन देने के लिए निगम स्तर से सूची जारी की गई है। जिसमें कई सारी खामियां नजर आई।

यह सिर्फ डीवीवीएनएल के अलीगढ़ में नहीं बल्कि पूर्वांचल सहित अन्य डिस्काम में इस तरह के मामले सामने आई है। सर्किल ग्रामीण प्रथम, प्रभारी एसई, पीके सिंह ने कहा कि टीजी-2 की प्रमोशन सूची कारपोरेशन स्तर से जारी हुई है। इसमें किसी प्रकार की त्रुटि है, तो इसकी जानकारी संबंधित अधिशाषी अभियंता से की जाएगी।

और नया पुराने

Live users

0

نموذج الاتصال