अलीगढ़ में बवाल, रास्ते को लेकर विवाद में पथराव, राम बारात पर सरिया और तलवार से हमला

 

अलीगढ़ में रविवार की शाम को बवाल हो गया। रास्ते को लेकर बढ़े विवाद के बाद दो पक्षों में जमकर पथराव हुआ। इस दौरान एक धार्मिक स्थल से दो दर्जन लोगों ने रामबारात पर सरिया और तलवारों से हमला बोला, जिसमें दो लोग गंभीर घायल हो गए।

ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी स्थिति को नियंत्रण करने की बजाए भाग खड़े हुए। घटना कस्बा चंडौस में हुई। परंपरागत तरीके से कस्बे में चल रही रामलीला के अर्न्तगत रविवार शाम करीब पांच बजे रामबारात की शुरूआत हुई। रामबारात कसेरू अड्डा से गुजर रही थी। आरोप है कि तभी वहां स्थित एक धार्मिक स्थल से करीब दो दर्जन लोगों रामबारात पर हमला बोल दिया।

हमलावरों के हाथों में सरिया, तलवारे आदि बताई जा रही हैं। हमलावरों ने पथराव भी किया। हमले के चलते रामबारात में भगदड़ मच गई। जिसमें कस्बा निवासी सुनील बेंत अैर विनोद कुमार घायल हो गए। दोनों पक्षों के आमने-सामने आ जाने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। घटना को लेकर गुस्साएं ग्रामीणों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ने की सूचना पर एसडीएम कुंवर बहादुर , सीओ सुमन कनौजिया आदि मौके पर पहुंच गए। घायलों को तत्काल उपचार के लिए भिजवाया गया। अफसरों द्वारा समझाए जाने के बाद रामबारात को शुरू कराया गया।

हाथों में तलवार, सरिया लेकर आए थे हमलावर

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रामबारात परंपरागत तरीके से अपने निर्धारित रूट पर बढ़ रही थी। तभी रास्ते में एक धार्मिक स्थल से करीब 15-16 लोग झुंड बनाकर निकले। इन लोगों के हाथों में सरिया व तलवार थीं। इन लोगों ने रामबारात पर हमला बोल दिया था।

घटना के बाद बंद हुए कस्बे के कुछ बाजार

रामबारात पर हुए हमले की घटना के बाद कस्बे में समुदाय विशेष के बाजार बंद हो गए। धड़ाधड़ दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गए। इस दौरान कई थानों का फोर्स भी मौके पर पहुंच गया। एसपी सिटी मृणांक शेखर ने बताया, रामबारात के रूट को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। दों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया गया। रामबारात भी आगे के लिए रवाना कराई गई है।

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