अलीगढ़।
देश की तेजी से बढ़ती जनसंख्या अब केवल आर्थिक और सामाजिक संकट नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक संरचना और सनातन अस्तित्व पर गहराता खतरा बन चुकी है। वर्षों से उपेक्षित इस मुद्दे पर अब हिंदू समाज पूरी मजबूती से मुखर हो रहा है।
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन एवं हिंदू फ्रंट के संयुक्त आह्वान पर 11 जुलाई (शुक्रवार) को अलीगढ़ कलेक्ट्रेट पर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सैकड़ों नागरिकों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
प्रधानमंत्री से की गई मांग – "दो से अधिक संतान पर मिले सजा, सभी धर्मों पर लागू हो कानून"
ज्ञापन में स्पष्ट रूप से मांग की गई कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून को सख्ती से लागू किया जाए, और यह कानून सिर्फ हिंदू नहीं, बल्कि मुस्लिम समाज पर भी समान रूप से लागू हो। यह भी मांग की गई कि यदि कोई नागरिक दो से अधिक संतान पैदा करता है, तो उसके खिलाफ सजा का प्रावधान किया जाए।
गौरी पाठक ने चेताया – “10-10 बच्चे पैदा करने की प्रवृत्ति खतरनाक है”
इस राष्ट्रहित अभियान को गति देने के लिए फाउंडेशन की राष्ट्रीय सचिव एवं उत्तर प्रदेश की मीडिया प्रभारी गौरी पाठक के नेतृत्व में पहले ही रणनीतिक बैठक की गई थी। 11 जुलाई को उसका असर अलीगढ़ की सड़कों पर साफ़ दिखाई दिया।
🗣️ "कुछ वर्ग ऐसे हैं जो योजना बनाकर 10-10 बच्चे पैदा कर रहे हैं, और यह सिर्फ जनसंख्या बढ़ाने का नहीं, बल्कि सत्ता, संस्कृति और जमीन पर कब्जे की साजिश है।"
🔥 "अगर अब भी हिंदू समाज नहीं जागा, तो आने वाले वर्षों में न हिन्दू बचेगा, न हिंदुस्तान का स्वरूप। यह लड़ाई किसी पार्टी की नहीं, हर भारतभक्त की है।"
मातृशक्ति की अहम भागीदारी, सैकड़ों नागरिकों की मौजूदगी
धरने में राष्ट्रीय सचिव गौरी पाठक, सेल गुप्ता (उपाध्यक्ष), कल्पना शर्मा, अर्चना सिंनसिनबार, सुमन शर्मा, मोनिका, रश्मि, पंकज, रूबी, प्रणव शर्मा, राजेंद्र मोहन शर्मा, संजय चौधरी, विकास दीक्षित, रीता शर्मा, अंशु सिंह, अंजू सक्सेना सहित दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कई महिलाएं सुबह से ही धरना स्थल पर डटी रहीं, और कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
धरना बना जन आंदोलन का स्वरूप
संगठन की ओर से स्पष्ट किया गया कि यह कार्यक्रम किसी पार्टी से प्रेरित नहीं है, बल्कि यह एक जन आंदोलन है जो भारत की संस्कृति और भावी पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा है।
🟨 “जनसंख्या नियंत्रण कानून लाओ – भारत बचाओ!”
🟥 “हम दो, हमारे दो – इनके भी गिन लो!”