हरदुआगंज (अलीगढ़) — क्षेत्र के शेखाझील वन चौकी के पास गुरुवार की शाम उस समय हड़कंप मच गया जब लकड़ी माफिया ने धनीपुर रेंज में तैनात वन विभाग के हेडकांस्टेबल पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने न सिर्फ वनकर्मी को दौड़ाकर पीटा, बल्कि उनकी वर्दी भी फाड़ दी। घटना के बाद घायल कर्मी को उपचार के लिए भिजवाया गया है, वहीं एक आरोपी को मौके से हिरासत में ले लिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते सप्ताह वन विभाग की टीम ने गांव शाहपुर में अवैध रूप से काटे गए जामुन और गूलर के दर्जनभर पेड़ों की लकड़ी और एक ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की थी। इस कार्रवाई से नाराज होकर गांव उकावली, थाना अकराबाद निवासी मनोज पुत्र इंद्रपाल ने हेडकांस्टेबल सचिन चौधरी को फोन पर जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि मनोज ने कहा था कि जो ट्रैक्टर तूने पकड़ा, वह मेरा था और इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।
फोन कॉल के कुछ ही देर बाद सचिन चौधरी और वन दरोगा संजय सिंह जब चौकी से बाहर निकले तो एक कार से आए मनोज और उसके चार साथियों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने दौड़ाकर पीटा और वर्दी फाड़ दी। शोर-शराबा सुनकर मौके पर अन्य वनकर्मी और जलाली चौकी की पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखकर हमलावर भागने लगे, लेकिन मुख्य आरोपी मनोज को गिरफ्तार कर लिया गया।
वन सिपाही सचिन को सिर और पैर में गंभीर चोटें आई हैं। हरदुआगंज पुलिस ने उन्हें मेडिकल जांच के लिए भेज दिया है। एसओ हरदुआगंज धीरज कुमार ने बताया कि अभी तक पीड़ित की तरफ से तहरीर नहीं आई है, लेकिन जांच शुरू कर दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, 24 जून को शाहपुर गांव में बिना अनुमति के पेड़ों की कटाई की गई थी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने लकड़ी और ट्रैक्टर को जब्त कर मुकदमा दर्ज कराया था। पकड़ा गया ट्रैक्टर मनोज का ही था, जिसे हाल ही में कोर्ट से छुड़वाया गया था। इसी रंजिश में मनोज ने वनकर्मी पर हमला कर दिया।