जनता बनाम सिस्टम: अलीगढ़ में मंदिर के बाहर से कीमती हेलमेट चोरी, CCTV में कैद वारदात – मगर सिस्टम अंधा!

अलीगढ़।
देशभक्ति, धर्म, आस्था और टैक्स – सब कुछ जनता देती है। लेकिन जब बात उसकी सुरक्षा की आती है, तो सिस्टम मुँह फेर लेता है। ताजा मामला अलीगढ़ के खेरेश्वर मंदिर का है, जहां एक आम आदमी – एक एकाउंटेंट – अपने श्रद्धा भाव से मंदिर गया और लौटकर पाया कि उसका कीमती हेलमेट गायब है। और यही नहीं, चोर की हरकत CCTV में कैद है – मगर फिर भी पुलिस दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही।

जनता हार गई, सिस्टम सोता रहा।

गांव गोविंदपुर फगोई के रहने वाले कपिल उपाध्याय बुधवार सुबह खेरेश्वर मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने मंदिर के कंट्रोल रूम के पास बाइक खड़ी की और दर्शन के लिए चले गए। वापस लौटे तो देखा, हेलमेट गायब है। जब कंट्रोल रूम में जाकर CCTV देखा गया तो उसमें साफ दिख रहा था कि एक युवक 9:25 बजे आता है, बाइक से हेलमेट उठाता है और 2 मिनट में फरार हो जाता है।

कपिल ने इसके बाद खेरेश्वर चौराहे पर लगे नगर निगम के CCTV कैमरे चेक कराने की कोशिश की, ताकि चोर की बाइक का नंबर मिल सके — लेकिन जैसे ही CCTV की बारी आई, पता चला "लाइट चली गई थी", यानी कैमरा उस वक्त बंद था।

सवाल उठता है:

  • क्या ये महज इत्तेफाक है? या एक सुनियोजित व्यवस्था है, जो आम जनता के खिलाफ काम कर रही है?
  • CCTV लगे हैं, लेकिन बिजली पर निर्भर।
  • मंदिर परिसर में चोरी होती है, लेकिन पुलिस नदारद।
  • सिस्टम के पास जवाब नहीं, और जनता के पास सिर्फ निराशा।

हेलमेट नहीं, भरोसा चोरी हुआ है।
कपिल का कहना है कि वह हेलमेट उनके लिए खास था – डे और नाइट विजन वाला, जिसे दो साल पहले दिल्ली से करीब 1900 रुपये में खरीदा गया था। अब वो पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं – मगर उन्हें नहीं मालूम कि क्या सिस्टम उन्हें जवाब देगा या फिर फाइलों में दबा देगा।


यह एक हेलमेट की कहानी नहीं है – यह उस टूटते भरोसे की कहानी है, जिसे हर आम नागरिक रोज जीता है।

जनता पूछ रही है: आखिर हम किस सिस्टम में जी रहे हैं, जहां चोर CCTV में दिखे तो भी कुछ नहीं होता?
क्या CCTV सिर्फ रिबन काटने के लिए लगाए गए हैं? या वाकई जनता की सुरक्षा के लिए?

अलीगढ़ प्रशासन, जवाब दो – ये लड़ाई अब जनता बनाम सिस्टम की है।

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