आगरा/खंदौली: ताजनगरी आगरा में रविवार का दिन कुछ अलग ही रंग में रंग गया, जब खंदौली इलाके में भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने एक पार्टी कार्यकर्ता की ऐसी ‘शास्त्रीय पिटाई’ की कि चप्पलें तक थक गईं।
वजह? आरोप है कि जनाब ने भाजपा की 'डिजिटल नीति' को अपने स्तर पर आगे बढ़ाते हुए खुद के अश्लील वीडियो बनाकर महिलाओं को भेजने का ठेका ले लिया था। लेकिन जैसा कहा जाता है — "करतूतें जितनी गंदी, फजीहत उतनी सार्वजनिक!"
‘XXX क्रिएटिविटी’ से परेशान महिलाएं, महिला मोर्चा ने पकड़ा चप्पल रूट
सूत्रों के मुताबिक, एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने भाजपा महिला मोर्चा से शिकायत की कि पार्टी का ‘संस्कारी कार्यकर्ता’ उसे दिन-ब-दिन खुद के XXX क्लिप भेजकर मानसिक यज्ञ करवा रहा है।
बस फिर क्या था — महिला मोर्चा की बहनों ने ‘एक्शन मोड’ ऑन कर दिया।
क्लाइमेक्स तब आया, जब महिला मोर्चा की टीम आरोपी आनंद शर्मा के घर पहुंच गई। पहले तो संस्कारों के तहत उसकी पत्नी को सब समझाया, फिर एकदम ‘लाइव डेमो’ दिया — “अश्लीलता का इलाज क्या है? चप्पलाचार ही एक मात्र समाधान है।”
पिटाई का नजारा कुछ ऐसा था कि चप्पलें खुद गूगल पर सर्च करने लगीं — "कैसे बनें महिला सशक्तिकरण का प्रतीक?"
मोर्चा पदाधिकारी बोलीं — “बहुत समझाया था, अब संस्कार की चप्पलें चलानी पड़ीं”
भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारी आशा अग्रवाल ने कहा, “बहुत समझाया था। पर महोदय ठहरे वीडियो प्रेमी। जब आंगनबाड़ी की दीदी और खुद पार्टी की बहनों को भी ‘गंदगी’ भेजी, तो सोचा अब संस्कार की चप्पल से ही स्वच्छता अभियान चलाना होगा।”
वीडियो वायरल, पुलिस अब भी ‘तहरीर-टेक’ पर अटकी
वीडियो तो रविवार शाम ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, पर खंदौली थाना अब भी ‘तहरीर के इंतजार’ में बैठा है।
आनंद शर्मा की सफाई: "मोबाइल ने भेजे, मैंने नहीं!"
आरोपी आनंद शर्मा ने एकदम सस्पेंस फिल्मी स्टाइल में सफाई दी — “मेरा मोबाइल किसी और ने लेकर वीडियो भेज दिए थे। मैंने कुछ नहीं किया।”
अब मोबाइल भी ‘स्वतंत्र जीव’ हो गए हैं, जो मालिक से बिना पूछे खुद की गंदगी फैला रहे हैं। अगला कदम शायद यह हो — "मोबाइल गिरफ़्तार, मालिक बरी!"
निष्कर्ष: चप्पलें अब सिर्फ पहनने की नहीं, सिस्टम सुधारने की भी चीज़ हैं!
इस पूरी घटना ने साफ कर दिया कि भाजपा में अब महिला मोर्चा सिर्फ रैली नहीं निकालती, ज़रूरत पड़ने पर चप्पल की भाषा भी बखूबी जानती है।
और आरोपी आनंद शर्मा के लिए सबक ये रहा — “व्हाट्सएप पर गंदगी फैलाओगे, तो लाइव में धुलाई पाओगे!”
रिपोर्ट: जनता V/S सिस्टम