- 597 जन्म प्रमाण पत्र जारी, यूपी के 265 और बाकी 332 अन्य राज्यों के नाम पर
- बिहार के कई जिले बने सबसे बड़े टारगेट, पुलिस ने साइबर टीम संग जांच तेज की
- एसटीएफ जांच की भी संभावना, बड़े गैंग के सक्रिय होने के मिले संकेत
अलीगढ़। बिजौली ब्लॉक की दत्ताचौली पंचायत से जन्म प्रमाण पत्र घोटाले का बड़ा राज सामने आया है। पंचायत सचिव की आईडी हैक कर 597 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए थे। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि इनमें से 265 प्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के नाम से बने, जबकि बाकी 332 प्रमाण पत्र देश के 14 अन्य राज्यों के लोगों के नाम पर जारी किए गए हैं।
पुलिस को शक है कि इस खेल के पीछे कोई बड़ा गैंग काम कर रहा है। चार दिन पहले सचिव नागेंद्र सिंह की शिकायत पर पाली मुकीमपुर थाने में केस दर्ज हुआ था। शुरुआती जांच में यह साफ हुआ कि 16 से 18 अगस्त के बीच यह सारा फर्जीवाड़ा किया गया। अब साइबर टीम की मदद से आरोपियों की तलाश जारी है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि सचिव की आईडी और किन-किन लोगों के पास ऑपरेट हुई।
अब तक सामने आया है कि बिहार के अरवल, बांका, बेगूसराय, भागलपुर और अररिया जिले इस गिरोह के खास निशाने पर रहे हैं। पुलिस प्रमाण पत्रों की पूरी लिस्ट खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये कब और किसके लिए बनाए गए थे।
एसपी क्राइम ममता कुरील के मुताबिक केस दर्ज हो चुका है और जांच तेजी से चल रही है। चूंकि पहले भी प्रदेश के कई जिलों में जन्म प्रमाण पत्र घोटाले पकड़े जा चुके हैं और वहां एसटीएफ जांच कर रही है, इसलिए संभावना है कि अलीगढ़ का मामला भी एसटीएफ को सौंपा जा सकता है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। विभागीय स्तर पर भी इस फर्जीवाड़े की पूरी रिपोर्ट भेज दी गई है।