अलीगढ़। हरदुआगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बरौठा का यह मामला पिछले काफी समय से चर्चा में है। ग्राम प्रधान शांति देवी के पति पर आरोप है कि उन्होंने ऑनलाइन मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने के नाम पर 20,000 रुपये लिए, लेकिन प्रमाणपत्र बनवाया नहीं। उल्टा, रुपये लौटाने की माँग करने पर पीड़ित परिवार को धमकाया गया।
निशा सिंह पत्नी प्रेमपाल सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में बताया कि उनके ससुर स्व. इन्द्रपाल सिंह, जो विद्युत विभाग में कर्मचारी थे, की मृत्यु वर्ष 1999 में हुई थी। विभाग की वर्तमान व्यवस्था के अनुसार अब ऑनलाइन मृत्यु प्रमाणपत्र अनिवार्य है।
पीड़िता के अनुसार इस प्रमाणपत्र को बनवाने के लिए उनके पति ने ग्राम प्रधान शांति देवी से संपर्क किया। प्रधान पति सुभाष ने कहा कि मामला पुराना है और इसके लिए 20,000 रुपये देने होंगे। परिवार ने आर्थिक तंगी के बावजूद कुंडल व मंगलसूत्र गिरवी रखकर यह रकम दी।
आरोप है कि रुपये लेने के बाद भी प्रमाणपत्र नहीं बनवाया गया। कई बार माँग करने पर केवल 5,000 रुपये लौटाए गए और बाकी 15,000 रुपये की माँग करने पर गाली-गलौज कर गाँव से बाहर निकालने की धमकी दी गई।
परिवार का कहना है कि 12 और 16 सितंबर 2025 को उन्होंने पुलिस कप्तान अलीगढ़ को शिकायती पत्र दिए, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि प्रधान पति खुलेआम यह कहते हैं—“पुलिस मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती, मेरा संबंध बड़े नेताओं से है।”
आत्मदाह की चेतावनी
पीड़िता ने पत्र में लिखा कि यदि समय रहते न्याय नहीं मिला तो उनका परिवार सपरिवार आत्मदाह करने को मजबूर होगा।
पीड़िता का बयान
“हमारी गरीबी और मजबूरी का फायदा उठाकर रुपये हड़पे गए। पुलिस को शिकायत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब हमारे पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं है।”
आरोप और स्थिति
आरोप: 20,000 रुपये लेकर ऑनलाइन मृत्यु प्रमाणपत्र न बनाना
शिकायत: 12 व 16 सितंबर को एसएसपी अलीगढ़ को
कार्रवाई: अब तक कोई ठोस कदम नहीं
परिवार की चेतावनी: न्याय न मिला तो सपरिवार आत्मदाह करेंगे
पीड़िता का दावा: प्रधान पति द्वारा 5,000 रुपये लौटाने और प्रमाणपत्र बनवाने की बातें कुछ रिकॉर्डिंग में दर्ज हैं