हरदुआगंज में आतिशबाजी बाजार थाने के ठीक सामने सज गया है। यहां लाइसेंसधारियों के साथ कई अवैध दुकानें भी खुल गई हैं। थाना प्रभारी ने परमिशन देने से मना किया था, लेकिन किसी तरह थाने के सामने वाले बाजार की अनुमति मिल गई।
मगर सवाल ये है — जब परमिशन सिर्फ थाने के सामने वाले बाजार की थी, तो हनुमानगढ़ी रोड पर ट्रांसफार्मर के पास दुकानें किसकी इजाज़त से सजी हैं? क्या ये कानून का खुला मजाक नहीं?
रामलीला मैदान के सामने और ट्रांसफार्मर के पास पटाखों की दुकानें खुलेआम चल रही हैं, जबकि पुलिस सबकुछ देखकर भी चुप है। अब जनता पूछ रही है — जब थाने के सामने ही नियम टूटें, तो बाकी जगह क्या बचेगा?
