बुलंदशहर। दुष्कर्म के आरोपी को बाहरी व्यंजन और कूलर , गरीब घायलों को नहीं मिलती कुर्सियां भी

 

ब्यूरो ललित चौधरी

बुलंदशहर। लाख दावों के बाद भी सरकारी अस्पतालों में आम लोगों को सुविधा नहीं मिल रही है। वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो अस्पतालों में वीआईपी ट्रीटमेंट लेते हैं। बुधवार को जिले में सरकारी अस्पतालों की दो तस्वीरें सामने आईं। जिसने अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। पहली तस्वीर जिला अस्पताल की है, यहां पर जिला कारागार से मेडिकल कराने आया दुष्कर्म का आरोपी घर से कूलर मंगाकर वीआईपी ट्रीटमेंट लेता दिखा। 

किशोरी से दुष्कर्म का है आरोप, तीन माह पहले गया था जेल

आरोपी श्याम बिहारी पर किशोरी से दुष्कर्म का आरोप है। मामले में पुलिस आरोपी के विरुद्ध प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने तीन माह पूर्व आरोपी को गिरफ्तार कर जिला कारागार भेज दिया था। इसके बाद से आरोपी जिला कारागार में बंद था। जिला कारागार से किसी प्रकार की राहत न मिल पाने के कारण आरोपी ने बीमार होने की बात कह जिला अस्पताल में भर्ती कराने की मांग की।

आरोपी को सोमवार को जिला अस्पताल भेज दिया गया। जिला अस्पताल में आरोपी को जब लाया गया था तो चलने में असमर्थता जाहिर की और व्हील चेयर का इस्तेमाल किया। इसके बाद भर्ती हो जाने पर व्यापारी स्वस्थ नजर आया। इतना ही नहीं घर से और बाजार से लजीज व्यंजन मंगवाकर भी खाए। जबकि, मरीजों के लिए अस्पताल से सुबह-शाम खाना वितरित किया जाता है,आरोपी व्यापारी दो दिन तक अस्पताल में वीआईपी ट्रीटमेंट लेता रहा। 

इसकी अस्पताल प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। जबकि अस्पताल में बाहरी संसाधन का आना मना है। इसके बावजूद आरोपी व्यापारी के वार्ड तक कूलर पहुंचाया गया। आरोपी के हायर मेडिकल सेंटर रेफर किए जने के बाद परिजन खुले आम कूलर ई रिक्शा में लेकर गए।

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