अलीगढ़। दादों थाना क्षेत्र के नगला मछरिया गांव में आम के बाग में बंदरों को भगाने के प्रयास में एक बंदर को गोली मार दी गई, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बंदरों को भगाने के लिए आरोपियों ने लाठी-डंडे की जगह सीधे बंदर पर फायरिंग कर दी। गोली लगने से आम खा रहे बंदर की तत्काल मौत हो गई।
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जैसे ही बंदर की मौत की जानकारी गांव वालों को हुई, वहां हड़कंप मच गया। देखते ही देखते मौके पर भीड़ जमा हो गई और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भी पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कृत्य जानबूझकर किया गया है और इसमें गैर समुदाय के लोगों का हाथ है। गुस्साए लोगों ने जमकर नारेबाजी की और पशु हत्या में लिप्त आरोपियों को तुरंत जेल भेजने की मांग की।
सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश!
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह घटना सिर्फ जानवर को भगाने तक सीमित नहीं थी, बल्कि इलाके की शांति भंग करने और सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश थी। आरोप है कि बंदर को गोली मारना एक सोच-समझी साजिश का हिस्सा था।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कराया शांत, शव भेजा पोस्टमार्टम को
घटना की सूचना मिलते ही सीओ छर्रा धनंजय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराया। बंदर के शव को पशु चिकित्सालय भेज दिया गया है ताकि पोस्टमार्टम से मौत की सही वजह स्पष्ट हो सके। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गांव में तनाव, लोगों में गुस्सा
घटना के बाद नगला मछरिया गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सिर्फ जानवर की हत्या नहीं, बल्कि धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है। प्रशासन से मांग की गई है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को बख्शा न जाए।