अलीगढ़। कभी सुना है कि एक साधारण मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भी बीवी के गहने गिरवी रखने पड़ें? सुनने में अजीब लगेगा, लेकिन अलीगढ़ के ब्लॉक धनीपुर के ग्राम बरौठा में रहने वाले गरीब मज़दूर का यही हाल हुआ है।
युवक ने आरोप लगाया है कि पिता का ऑनलाइन मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर ग्राम प्रधान शांति देवी के पति सुभाष ने उससे 20 हज़ार रुपये वसूले। मज़दूरी करने वाले युवक के पास इतने पैसे कहाँ से आते? तो उसने अपनी पत्नी के कानों के कुंडल और मंगलसूत्र गिरवी रखे और रकम का इंतज़ाम किया।
पीड़ित ने बताया कि उसके पिता विद्युत विभाग में कर्मचारी थे और उनकी मौत वर्ष 1999 में हो गई थी। विभाग अब ऑनलाइन मृत्यु प्रमाण पत्र माँग रहा है। इसी कागज़ के लिए प्रधान पति ने 20 हज़ार रुपये की कीमत तय कर दी। मज़दूरी करने वाले युवक ने मजबूरी में पत्नी के कानों के कुंडल और मंगलसूत्र गिरवी रखकर यह रकम दी।
पीड़ित का आरोप है कि रुपये लेने के बाद प्रधान पति ने सिर्फ़ 5 हज़ार रुपये लौटाए और साफ कह दिया कि न तो प्रमाण पत्र बनवाएगा और न ही बाकी रकम लौटाएगा। इतना ही नहीं, अब आरोप यह भी है कि प्रधान पति ने शेष रकम का ठीकरा ग्राम सचिव अनुपमा पर फोड़ दिया और कह दिया कि “रुपये तो मैंने सेक्रेट्री को दे दिए हैं, वही लौटा देंगी।” पीड़ित का दावा है कि इस पूरी बातचीत की रिकॉर्डिंग उसके पास मौजूद है।
गरीब की मजबूरी को ऐसे लूट लेना, ऊपर से सरकारी कागज़ बनवाने के नाम पर गहने गिरवी रखवाना—यह पूरा मामला भ्रष्टाचार की ऐसी तस्वीर पेश करता है, जो गाँव से लेकर तहसील तक सिस्टम की सच्चाई बयान करता है।
पीड़ित ने जिलाधिकारी अलीगढ़ को शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।