अलीगढ़ के कासिमपुर पावर हाउस में युवक की हत्‍या, बहुमंजिला से शव फेंकने का आरोप

डेस्क समाचार दर्पण लाइव

अलीगढ़ : कासिमपुर पावर हाउस में एक नवयुवक की बहु मंजिला इमारत से फेंक कर हत्या कर दी गई है। युवक कासिमपुर पावर हाउस की बी टाइप कॉलोनी में रहता था। किसी साथी द्वारा मैसेज करने पर वह मॉर्निंग वॉकिंग पर गया था। जिसे लोगों ने बंबा पर टहलते हुए भी देखा था। आज सुबह 6:30 बजे उसका शव दयानंद सरस्वती इंटर कॉलेज के पास बाबा कॉलोनी में बहु मंजिला इमारत के नीचे मिला है। लोगों का अनुमान है कि युवक से मारपीट कर उसे सरकारी बहुमंजिला इमारत से नीचे फेंका गया है। युवक का मोबाइल व सिम भी वहींं पड़े हुए मिले हैं। युवक तुषार हाईस्कूल का इंटर का टॉपर बताया गया है। हाल ही में उसने किसी प्राइवेट कॉलेज में बीटेक के डिप्लोमा के लिए एडमिशन लिया था। सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंच गई है।

यह है मामला

हरदुआगंज परियोजना में कोल डि़वीजन में टैक्नीशियन के पद पर तैनात मनोज कुमार शर्मा बी टाइप क्वार्टर नंबर बी 87 में अपने परिवार के साथ रहते हैं। जिनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटे मोहित शर्मा 22 साल व दूसरा बेटा साहिल शर्मा उम्र 20 वर्ष का है। साहिल शर्मा चंड़ीगढ़ यूनिवसिटी सेे दूसरी वर्ष सीएस की पढ़ाई कर रहा है। बुधवार की सुबह पांच बजे घूमने की कह कर निकल आया। परिजनों के अनुसार साहिल शर्मा कभी घुमने के लिए नहीं जाता था। पिता ने सोचा लाइट नहीं है हो सकता है इसलिए घूमने निकल गया है। लेकिन जब एक घंटा के करीब समय बीत गया तो पिता को चिंता हुई तो उन्होंने बेटे के को फोन किया तो मोबाइल की घंटी बंजी लेकिन उठाया नहीं।कुछ देर पश्चात फिर बड़े भाई ने फोन किया लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ आया। इस बात से परिजन घबरा गए। सुबह घुमने निकले पिता को सड़क पर घूम रहें राहगीरों से जानकारी मिली। किसी युवक का शव नई बिल्डि़ग के पास पड़ा है। वह घबरा गए और उधर की तरफ भाग छूटे। मौके पर जाकर देखा तो उनका बेटा बहुमंजिला इमारत के नीचे पड़ा है और बराबर में उसका मोबाइल फोन भी पड़ा हुआ है। युवक के मरने की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। फाॅरेंसिस जांच टीम ने मौके पर आकर साक्ष्य जुटायें हैं। पुलिस ने मौके पर जाकर शव का पंचनामा भरवाकर पोस्ट मार्टम में लिए भेज दिया है।

मृतक के मोबाइल से बड़े भाई के पास गुड़ बाय का मैसेज भी आया। उसके बाद मोबाइल तुरंत बंद हो गया।

कासिमपुर चैकी इंचार्ज कृष्ण कुमार ने बताया प्रथम टृष्टया में मामला खुदकाशी लग रहा है।

फिर न काम आ सकें परियोजना में लगें सीसी कैमरे

हर बार की तरह इस बार भी लाखों रूपये खर्च करने के बाद भी परियोजना परिसर में लगें कैमरे काम न आ सकें। क्योंकि लाइट जाने के बाद कैमरे बंद हो गए। बताया जा रहा है कैमरों के लिए पावर सप्लाई की व्यवस्था नहीं की गई थी। प्रबंधन की इस ढ़ुल मुल व्यवस्था से संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। 

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